रक्षा तैयारियों की जासूसी ले रहे नेटवर्क का भंडाफोड़

लेह/मुंबई
Detective network busted in Ladakh for defense preparedness
मुंबई से वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल के साथ एक गिरफ्तार
पांच सिंबॉक्स एक्सचेंज, 223 सिम कार्ड, लैपटॉप, रूटर और 10 मोबाइल फोन मिले

पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में भारत और चीन में तनाव के बीच लद्दाख में रक्षा तैयारियों की टोह ले रहे जासूसी नेटवर्क का मुंबई में भंडाफोड़ हुआ है। सैन्य खुफिया तंत्र के इनपुट पर मुंबई पुलिस और जेएंडके पुलिस ने मुंबई के गोवंडी से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।

इस शख्स से पांच अवैध ‘वॉयस ओवर इंटरनेट प्रोटोकॉल’ (वीओआईपी) एक्सचेंज, 223 सिमकार्ड, लैपटॉप, दो रूटर और 10 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं। आरोपी की पहचान 38 वर्षीय समीर कादर अलवरी के रूप में हुई है। इस नेटवर्क के आईएसआई से लिंक जांचे जा रहे हैं।
सूत्रों ने बताया कि लद्दाख में पांच मई के बाद से चीन के साथ तनाव के चलते कुछ संदिग्ध फोन कॉल आने लगीं। इसमें कुछ कॉल सैन्य कर्मियों को भी आईं। कॉलर खुद को भारतीय खुफिया एजेंसी से जुड़ा बताकर लद्दाख में रक्षा तैयारियों की जानकारी मांग रहा था।
सैन्य एक्सचेंज में तैनात कर्मियों को पाकिस्तान इंटेलीजेंस ऑपरेटिव से जुड़ी कॉल को भांपने की विशेष ट्रेनिंग दी जाती है। बताया जा रहा है कि यह कॉल अंतरराष्ट्रीय थीं लेकिन इसके नंबर भारतीय थे। लगातार की गईं कॉल के लिए दो नंबरों का इस्तेमाल हुआ। इसके तुरंत बाद सैन्य खुफिया तंत्र की सूचना पर जम्मू-कश्मीर पुलिस और मुंबई पुलिस ने गोवंडी में छापा मार कर आरोपी को दबोच लिया।
समान नंबरों से ज्यादा कॉल ने बढ़ाया शक
मुंबई के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (डिटेक्शन-1) अकबर पठान ने बताया कि कॉल डिटेल रिकॉर्ड जांचने पर पता चला कि खास नंबरों से लगातार ज्यादा कॉल की जा रही थीं। इसके आईएमईआई नंबर भी लगातार बदले जा रहे थे। क्राइम ब्रांच ने गोवंडी स्थित नटवर पारेख कंपाउंड में छापा मारकर यह भंडाफोड़ किया। यहां अंतरराष्ट्रीय कॉल को वीओईपी में बदलकर इस्तेमाल किया जा रहा था।
पुलवामा में आईईडी लगी कार से कनेक्शन भी जांचा जा रहा
जासूसी नेटवर्क को अभी तक लद्दाख के सैन्य प्रतिष्ठानों से जोड़कर ही देखा रहा है। लेकिन, पुलिस यह भी जांच रही है कि कहीं नेटवर्क का पुलवामा में आईईडी से लदी कार से तो कोई कनेक्शन नहीं।

 

Related posts